थीसिस जमा करने के लिए पीएचडी, एमफिल स्कॉलर्स को डिग्री पूरी करने छह महीने का अतिरिक्त समय मिलेगा। यूनिवर्सिटीज अपने स्टाफ और स्टूडेंट्स के ट्रेवल और स्टे का रिकॉर्ड रख सकती हैं। ये जानने के लिए कि लॉकडाउन के दौरान वे कहां थे। ताकि जरूरत महसूस होने पर सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए जा सकें और कोरोना वायरस को रोका जा सके।
स्टूडेंट्स की पढ़ाई पर पड़ रहे असर को ध्यान में रखते हुए यूजीसी ने ऐसे कई कदम उठाए हैं। देशभर के कॉलेजेस में कश्मकश चल रही थी कि एडमिशन कब होंगे और नए सेशन की शुरुआत किस ढंग से होगी। कॉलेज मैनेजमेंट को इस तरह के सवालाें के जवाब देने के लिए यूजीसी ने सर्कुलर जारी किया है।
टर्मिनल सेमेस्टर 1 से 15 जुलाई के बीच
एचआरडी मिनिस्टर और यूजीसी की खास मीटिंग में कई मुद्दों पर बात कर नोटिस जारी किया गया। नोटिस में दो एकेडमिक कैलेंडर घोषित किए गए हैं। पहला 2019-20 और दूसरा 2020-21 का एकेडमिक सेशन। पुराने कैलेंडर के अनुसार पढ़ाने और सीखने की प्रक्रिया 31 मई तक ऑनलाइन, डिस्टेंस लर्निंग, सोशल मीडिया, मेल या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की जाएगी।
1 सितंबर से शुरू होगा नए स्टूडेंट्स का बैच
वहीं 1 से 15 जून तक बच्चों को प्रोजेक्ट वर्क , डिजरटेशन, असेसमेंट आदि कराए जाएंगे। इसके बाद 1 से 31 जुलाई तक एग्जाम कराने होंगे, जिनका रिजल्ट 14 अगस्त तक देना होगा। यह इंटरमीडिएट व टर्मि नल एग्जाम के लिए जारी किया गया है। एकेडमिक ईयर की शुरुआत 1 अगस्त से होगी, जिसमें पुराने स्टूडेंट्स शामिल होंगे। नए स्टूडेंट्स के लिए बैच 1 सितंबर से शुरू किया जाएगा।
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